नरक नाशक नागराज की उत्पत्ति श्रंखला का प्रथम खंड आपके हाथों में हैं!
नागराज की लम्बी यात्रा का तीसरा चेहरा “नरक नाशक नागराज” जब पहली बार
पाठको के सम्मुख आया था तब इसकी सफलता पर कई प्रश्नचिन्ह लगे हुए
थे...क्यूंकि महानगर और आतंकहर्ता नागराज लोगों के दिलों में गहराई तक उतर
चुके थे! एक तरह से “नरक नाशक” क्या है?कैसा होगा? क्या अलग करेगा? अनगिनत
सवाल खड़े थे! ऐसे में नितिन मिश्रा जी द्वारा उसकी कई अच्छी कहानियां लिखी
गई,जिससे उसका एक फैन बेस बना..तो अब वक़्त आया कि पाठको को बताया जाए कि
नरक नाशक कैसे और क्यूँ बना!
यह पूरी कॉमिक्स narrative style में लिखी गई ....हाल के वर्षों में इस style से कोई पूर्ण कॉमिक्स दूसरी देखने को नहीं मिली है! प्रोफेसर नागमणि द्वारा “नरक नाशक नागराज” के जीवन के उस बाल रूप को चित्रित किया गया है,जिसको उसने पाला और बड़ा किया था!
Parallel Earth का यह नागमणि काफी अच्छा भी है..उसमे भी जज्बात और कुछ सकारात्मक बातें मौजूद हैं! लेखक ने आतंकहर्ता नागराज की शुरूआती कहानियों से कुछ घटनाएं और किरदार लिए हैं...जैसे मंदिर के पुजारी से मृत नागराज का मिलना,बुलडॉग,सि
ल्वर लैंड के
मास्टर सुजुकी! लेकिन यह सभी बातें बिलकुल नए अंदाज़ में नए तथ्यों को जोड़कर
नए सिरे से लिखी हैं...इससे कहानी एकदम तरो ताज़ा एहसास कराती है!
प्रोफेसर नागमणि का रोल बहुत बढ़िया लिखा गया है! जब एक खलनायक को आप एक नायक को पालते-पोसते देखते हैं..वो भी ठीक इस तरह कि वो उस बच्चे के ऊपर कोई मुसीबत आई देखकर रो भी पड़ता है..ऐसे में सहज रह पाना मुश्किल हो जाता है! महानगर नागराज के नागमणि के उलट NNN का कौटिल्य नागमणि ज्यादा बेहतर और द्रढ़ नज़र आता है! NNN के साथ उसका एक बहुत गहरा और भावनात्मक जुड़ाव है! खलनायक और नायक के बीच ऐसा दूसरा रिश्ता RC में सिर्फ विनय और प्रोफेसर कमल कुमार के बीच ही है!
बाल नागराज को धीरे-धीरे बड़े होते देखना आपको जरूर अभिभूत कर देगा! आप कहानी में खो जाते हैं कि यह बच्चा कैसे और क्या-क्या कर सकता है! अपनी शक्तियों को उपयोग करने की उत्कंठा हो ,या अपने आपको एक योग्य शिष्य साबित करने कि जिजीविषा,किसी कातर पुकार पर पहला द्वंद लड़ना हो या अपराध जगत को अपनी पहली उपस्थिति का एहसास कारन! पाठक जब तक कहानी का अंतिम पन्ना पूरा नहीं कर लेते,पलकें झपकाना भी भूल जायेंगे!
नरक नाशक बहुत संजीदा और आराम से चलती है...कोई जल्दी नहीं...ना लिखने वालो को और ना ही पढने वालो को...इतनी सुन्दरता से हर चीज़ बताई गई है...कि मुश्किल चीज़ें भी पाठक बड़े आराम से पढ़ सकते हैं....एक्शन सीन इस narrative कॉमिक्स में अलंकार की तरह हैं!
और ऐसे में कहानी अभी जारी है...आप सभी पाठक इस कॉमिक्स को एन्जॉय करें और नरक नियति का इंतज़ार भी!
कहानी-4.5/5
आर्टवर्क-4.5/5
हेमंत कुमार जी इस समय अपने सबसे बेहतरीन समय में नज़र आ रहे हैं....वीरगति के बाद नरक नाशक में भी उन्होंने शानदार चित्रांकन दिया है! लगता है उन्हें नागराज पर काम करना विशेष रूप से प्रिय है! छोटू नागराज की मासूमियत को बहुत सुन्दरता से उकेरा गया है! हेमंत जी अब चेहरों पर भाव प्रवीणता लाने में काफी सफल हो रहे हैं! पेज-24 पर नागमणि का भावुक चित्र बहुत उम्दा है! NNN की शिक्षा-दीक्षा और उसके बुलडॉग आर्मी को खात्मे के एक्शन दृश्य शानदार बने हैं!
ईश्वर आर्ट्स द्वारा करी गई इंकिंग भी बेजोड़ है! यह teamup और काम आगे भी बनाये रखें!
शादाब सिद्दीकी और अभिषेक जी द्वारा दिए गए इफेक्ट्स हैं...दोनों ही अपन काम में माहिर हैं...जो कॉमिक्स में नज़र आ रहा है!
कैलीग्राफी नीरू जी की है! नीले रंग के कैप्शन में नागमणि द्वारा कहानी को बताया जाना सुंदर लगता है! डिजिटल कैलीग्राफी से कॉमिक्स और बेहतरीन बन रही हैं!
कॉमिक्स के मजबूत पक्ष-
*नितिन जी का लेखन,हेमंत जी का आर्ट,उम्दा रंग, अच्छी रफ़्तार की कहानी व सभी पहलुओं पर एक समान मेहनत!
कॉमिक्स के कमजोर पक्ष-
*NIL
नरक नाशक एक ऐसी कॉमिक्स है....जिसको पढने के बाद NNN के आलोचक भी उसके प्रशंषक बन जायेंगे! नितिन जी से यही गुजारिश है कि इस momentum को आगे के भागों में भी बनाये रखें!
यह पूरी कॉमिक्स narrative style में लिखी गई ....हाल के वर्षों में इस style से कोई पूर्ण कॉमिक्स दूसरी देखने को नहीं मिली है! प्रोफेसर नागमणि द्वारा “नरक नाशक नागराज” के जीवन के उस बाल रूप को चित्रित किया गया है,जिसको उसने पाला और बड़ा किया था!
Parallel Earth का यह नागमणि काफी अच्छा भी है..उसमे भी जज्बात और कुछ सकारात्मक बातें मौजूद हैं! लेखक ने आतंकहर्ता नागराज की शुरूआती कहानियों से कुछ घटनाएं और किरदार लिए हैं...जैसे मंदिर के पुजारी से मृत नागराज का मिलना,बुलडॉग,सि
प्रोफेसर नागमणि का रोल बहुत बढ़िया लिखा गया है! जब एक खलनायक को आप एक नायक को पालते-पोसते देखते हैं..वो भी ठीक इस तरह कि वो उस बच्चे के ऊपर कोई मुसीबत आई देखकर रो भी पड़ता है..ऐसे में सहज रह पाना मुश्किल हो जाता है! महानगर नागराज के नागमणि के उलट NNN का कौटिल्य नागमणि ज्यादा बेहतर और द्रढ़ नज़र आता है! NNN के साथ उसका एक बहुत गहरा और भावनात्मक जुड़ाव है! खलनायक और नायक के बीच ऐसा दूसरा रिश्ता RC में सिर्फ विनय और प्रोफेसर कमल कुमार के बीच ही है!
बाल नागराज को धीरे-धीरे बड़े होते देखना आपको जरूर अभिभूत कर देगा! आप कहानी में खो जाते हैं कि यह बच्चा कैसे और क्या-क्या कर सकता है! अपनी शक्तियों को उपयोग करने की उत्कंठा हो ,या अपने आपको एक योग्य शिष्य साबित करने कि जिजीविषा,किसी कातर पुकार पर पहला द्वंद लड़ना हो या अपराध जगत को अपनी पहली उपस्थिति का एहसास कारन! पाठक जब तक कहानी का अंतिम पन्ना पूरा नहीं कर लेते,पलकें झपकाना भी भूल जायेंगे!
नरक नाशक बहुत संजीदा और आराम से चलती है...कोई जल्दी नहीं...ना लिखने वालो को और ना ही पढने वालो को...इतनी सुन्दरता से हर चीज़ बताई गई है...कि मुश्किल चीज़ें भी पाठक बड़े आराम से पढ़ सकते हैं....एक्शन सीन इस narrative कॉमिक्स में अलंकार की तरह हैं!
और ऐसे में कहानी अभी जारी है...आप सभी पाठक इस कॉमिक्स को एन्जॉय करें और नरक नियति का इंतज़ार भी!
कहानी-4.5/5
आर्टवर्क-4.5/5
हेमंत कुमार जी इस समय अपने सबसे बेहतरीन समय में नज़र आ रहे हैं....वीरगति के बाद नरक नाशक में भी उन्होंने शानदार चित्रांकन दिया है! लगता है उन्हें नागराज पर काम करना विशेष रूप से प्रिय है! छोटू नागराज की मासूमियत को बहुत सुन्दरता से उकेरा गया है! हेमंत जी अब चेहरों पर भाव प्रवीणता लाने में काफी सफल हो रहे हैं! पेज-24 पर नागमणि का भावुक चित्र बहुत उम्दा है! NNN की शिक्षा-दीक्षा और उसके बुलडॉग आर्मी को खात्मे के एक्शन दृश्य शानदार बने हैं!
ईश्वर आर्ट्स द्वारा करी गई इंकिंग भी बेजोड़ है! यह teamup और काम आगे भी बनाये रखें!
शादाब सिद्दीकी और अभिषेक जी द्वारा दिए गए इफेक्ट्स हैं...दोनों ही अपन काम में माहिर हैं...जो कॉमिक्स में नज़र आ रहा है!
कैलीग्राफी नीरू जी की है! नीले रंग के कैप्शन में नागमणि द्वारा कहानी को बताया जाना सुंदर लगता है! डिजिटल कैलीग्राफी से कॉमिक्स और बेहतरीन बन रही हैं!
कॉमिक्स के मजबूत पक्ष-
*नितिन जी का लेखन,हेमंत जी का आर्ट,उम्दा रंग, अच्छी रफ़्तार की कहानी व सभी पहलुओं पर एक समान मेहनत!
कॉमिक्स के कमजोर पक्ष-
*NIL
नरक नाशक एक ऐसी कॉमिक्स है....जिसको पढने के बाद NNN के आलोचक भी उसके प्रशंषक बन जायेंगे! नितिन जी से यही गुजारिश है कि इस momentum को आगे के भागों में भी बनाये रखें!
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